इंदिरापुरम। अगरतला की क्राइम ब्रांच ने सोमवार को करोड़ों रुपये के पीडब्ल्यूडी घोटाले में वांछित त्रिपुरा के पूर्व प्रमुख सचिव और राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष वाईपी सिंह को इंदिरापुरम से गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार रात 12 बजे इंदिरापुरम के अभय खंड-3 की आईआरएस सोसायटी के फ्लैट पर दबिश दे दी थी। उनसे वहां रात भर पूछताछ चली। उसके बाद लोकल पुलिस को गिरफ्तार करने की जानकारी दी गई। वाईपी सिंह यहां कुछ समय से छिपकर रह रहे थे।
- पूर्व प्रमुख सचिव और राज्य लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष वाईपी सिंह को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया
त्रिपुरा पुलिस को कुछ समय पहले उनके दिल्ली वाले आवास में होने की खबर मिली थी। इसके बाद टीम लंबे समय से यहां डेरा डाली हुई थी। पिछले साल नवंबर में भी पुलिस उनकी तलाश में यहां पहुंची थी, लेकिन लोकेशन ट्रेस न होने से वह हाथ नहीं आए थे। इसके बाद पुलिस को उनके इंदिरापुरम में होने की सूचना मिली। एसआई भास्कर शाह के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम सुबह 6 बजे इंदिरापुरम थाने पहुंची और पुलिस की मदद से फ्लैट पर छापा मारकर वाईपी सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई को गोपनीय रखने की कोशिश की गई।
सूत्रों ने बताया कि 2008-09 में हुए घोटाले के संबंध में पूर्व प्रमुख सचिव के खिलाफ पिछले साल अक्टूबर में केस दर्ज किया गया था। अदालत ने उनके खिलाफ गैर जमानती वॉरंट भी जारी किया हुआ है। इस मामले में 2 लोगों की पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें एक पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। पूर्व प्रमुख सचिव की मंगलवार को जिला अदालत में पेशी होगी। सोमवार को समय अधिक हो जाने के चलते उनकी पेशी नहीं हो सकी। आरोपित को निकटवर्ती कवि नगर थोन में रखा गया है।
त्रिपुरा से क्राइम ब्रांच की टीम ने यहां से गिरफ्तारी की है। थाने से लोकल पुलिस की टीम सहयोग के लिए भेजी गई थी।